“शायरेन ” के सबूत

1. प्रथम पत्र का प्रमाण

वेब पर कल्कि अवतार के बारे में खोज करते समय, मुझे ब्लॉग पर ये पत्र मिला।

इस पत्र से हम नोस्ट्रैडमस की भविष्यवाणियों की तुलना कर सकते हैं, जिससे की ऊपर उल्लेख किये गये स्थान, जन्मतिथि, नाम इत्यादि सभी साबित होना चाहिए।

व्यक्ति नए संविधान के बारे में बात कर रहा है, जो कि अन्य धोखाधड़ी कल्कि अवतार की तरह नहीं है, जो दुनिया को गुमराह कर रहे हैं। इस शोध रिपोर्ट में, आप उपर्युक्त सभी नाम, उपनाम, स्थान, जन्मदिन, पौराणिक कथाओं को साबित किया हुआ देख सकते हैं। कृपया अंत तक इसे पढ़ें और फिर निर्णय लें ….

“शायरेन” – नोस्ट्रैडमस के अनुसार

१. स्थान – दक्षिण भारत

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Century I 50
From the three water signs will be born a man
who will celebrate Thursday as his holiday.
His renown, praise, rule and power will grow
on land and sea, bringing trouble to the East
.

१. तीन महासागर भूमि पर जहाँ मिलते हैं – दक्षिण भारत
२. गुरुवार धार्मिक दिवस – हिंदू

२. स्थान – सातारा – महाराष्ट्र

Century VI 27 
Within the Isles of five rivers to one,
Through the expansion of the great ‘Chyren Selin’:
Through the drizzles in the air the fury of one,

Six escaped, hidden bundles of flax.

१. उस क्षेत्र में जहां पांच नदियां एक होती हैं – पंचगंगा मंदिर, सातारा
२. जहाँ से “शायरेन सेलीन” का उदय होगा

३. नाम – श्रीराम

Century VI 70
Chief of the world will the great ‘Chyren’ be,
Plus Ultra behind, loved, feared, dreaded:
His fame and praise will go beyond the heavens,

And with the sole title of Victor will he be quite satisfied.
१. शायरेन प्रधान व्यक्ती होंगे
२. शायरेन = श्रीराम – उच्चारण में काफी समानता हैं

Three ocean meet to the land – South India
Celebrate Thursday – Hindu

४. उपनाम – बनकर

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Century I 76
The man will be called by a barbaric name
that three sisters will receive fromdestiny.
He will speak then to a great people in words and deeds,more than any other man will have fame and renown.

१. बार्बरीक नाम – मतलब जंगली नाम – “बन” = जिसका अर्थ मराठी / हिंदी में वन होता हैं।
२. वह अपने कार्यो से प्रसिद्ध होगा।

५. दीर्घ प्रतिक्षीत (दीर्घ प्रतीक्षा करनेवाला)

Long Awaited

Century X 75
Long awaited he will never return
In Europe, he will appear in Asia:
One of the league issued from the great Hermes,

And he will grow over all the Kings of the East..

१. लंबे समय से प्रतीक्षित – उन्होने कल्कि अवतार के रूप में पहचाने जाने के लिए ३२ वर्ष इंतजार किया है 
२. मराठी में उनके पत्र, नीचे अनुवाद देखें

अनुवाद

मैंने आज तक ऋषि, मुनी, साधु, संतों, योगी, तपस्वी, महाराज, आचार्य, पंडित, मानव और दानवो के लिए ३२ साल तक इंतजार किया है, ताकि वे मुझे पहचान सकें। मैंने पूरी दुनिया के लिए संविधान तैयार किया है, जो पिछले ३२ वर्षों से धूल में पडा है …. श्रीराम।

६. जन्मतिथी और उपस्थिति

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Century V 41
Born in the shadows and during a dark day,
He will be sovereign in realm and goodness:
He will cause his blood to rise again in the ancient urn,

Renewing the age of gold for that of brass.

१. भारतीय कैलेंडर के अनुसार जन्मदिन। कृष्ण पक्ष हिंदू कैलेंडर में चंद्र के कलाओ के घटित होने का काल हैं । कृष्ण संस्कृत शब्द का अर्थ है “अंधेरा”। अर्थात जन्मतिथी कृष्ण पक्ष की होगी। 
२. वह अभी भी प्राचीन विचारधारा सत्ययुग में अपनी उपस्थिति महसूस करेंगे ।

अनुवाद
कल्कि श्रीराम ने नोस्ट्राडैमस के माध्यम से अपने अवतार के बारे में पूर्व जानकारी दी है। इसके अनुसार, उन्होंने दक्षिण भारत, सतारा जिले में जन्म लिया है, जहां महाबळेश्वर में पांच नदियां हैं। इस क्षेत्र में वह जन्मतिथी फाल्गुन कृष्ण पक्ष १०, वर्ष १९६७, से और ५१ वर्षों से १० वें अवतार के रूप में वास्तव्य कर रहे हैं। ”

अनुवाद

“सभी इंसान इतने मूर्ख होंगे, मैंने कभी अनुमान लगाया नहीं। मैं और मेरी सोच अभी भी सत्य युग में है। ताकि मैं सभी मनुष्यों का कल्याण कर सकूं लेकिन मुझे मनुष्यों से ऐसे कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे है। ”

७. व्यक्तित्व

Century X 71
The earth and air will freeze a very great sea,
When they will come to venerate Thursday:
That which will be never was it so fair,

From the four parts they will come to honour it.

१. गुरुवार को पूजा करने के लिए व्यक्ती इकठ्ठा होंगे, जिसमें मुख्य व्यक्ति की त्वचा गोरी नहीं होगी = डार्क मैन 
२. सभी उसका सम्मान करने आएंगे

पुस्तक का संदर्भ – लेखक श्री बाल भिडे (श्री हिरण्यप्पा द्वारा मूल) की पृष्ठ ४

अनुवाद

ऊपर दी गई दोनों स्क्रीनें कह रही हैं कि महान नेता रंग में काले होंगे। उपरोक्त मेल स्क्रीन में वही निर्धारित है। मैंने उनसे मुलाकात की है और पाया की वे मध्यम आयु, मध्यम ऊंचाई, काले रंग के इन्सान है। जिनका चेहरा विठ्ठल की मूर्ति जैसा दिखता है, जो महाराष्ट्र में कई लोगों का भक्ति विश्वास है। तसवीर देखें