“शायरेन”=”कल्की” के सबूत

“कल्कीजी ” – नोस्ट्रैडमस के अनुसार

१. भविष्यवाणी – देवताओ का संदेश

Century I 91

The gods will make it appear to mankind
that they are the authors of a great war.
Before the sky was seen to bee free of weapons and rockets:
the greatest damage will be inflicted on the left.

1. भगवान मनुष्यों को स्वयं बताएंगे कि वह भविष्यवाणी के वास्तविक लेखक हैं। नोस्ट्रैडमुस केवल एक माध्यम है।

2. यह साबित करेगा कि विश्व नेता शायरेन ही भगवान कल्कि है।

अनुवाद

“कल्कि श्रीराम ने नोस्ट्राडैमस के माध्यम से अपने अवतार के बारे में पूर्व जानकारी दी है। इसके अनुसार, उन्होंने दक्षिण भारत, सतारा जिले में जन्म लिया है, जहां महाबळेश्वर में पांच नदियां हैं। इस क्षेत्र में वह जन्मतिथी फाल्गुन कृष्ण पक्ष १०, वर्ष १९६७, से और ५१ वर्षों से १० वें अवतार के रूप में वास्तव्य कर रहे हैं। “


२. त्रिदेव

Century I 51

The head of Aries, Jupiter and Saturn.
Eternal God, what changes !
Then the bad times will return again after a long century;
what turmoil in France and Italy.

१. मेष का मुख्य = मंगल, बृहस्पति और शनि = तीन देवताओं के रूप में भविष्यवाणी में निर्धारित हैं ।

२. उपर्युक्त व्यक्ति का जन्म चिह्न मकर राशि है – जिसका मुख्य ग्रह शनि है, यह एक और सबूत है जहां नोस्ट्रैडमस ने उन्हें भगवान के रूप में वर्णित किया

अनुवाद</>

“कल्कि श्रीराम का प्रणाम, मैंने पांच नदियों के उगम परिसर में, महाबलेश्वर, सातारा, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत में मकर राशि, चरण २ के तहत फाल्गुन, कृष्ण पक्ष १०, १९६७ तिथीपर पृथ्वी पर जन्म लिया है।”.


३. सुवर्ण युग – राम राज्य

Century V 41

Born in the shadows and during a dark day,
He will be sovereign in realm and goodness:
He will cause his blood to rise again in the ancient urn,
Renewing the age of gold for that of brass

१. यह भविष्यवाणी पहले से ही शायरेन के जन्मतिथी के लिए साबित हुई है।

२. अंतिम पंक्ति – वह स्वर्ण युग, रामराज्य को नवीनीकृत करेगा और पीतल के युग (कलियुग) को खत्म कर देगा।

Century X 89
The walls will be converted from brick to marble,
Seven and fifty pacific years:
Joy to mortals, the aqueduct renewed,
Health, abundance of fruits, joy and mellifluous times.

१. ईंट को संगमरमर बनाया जायेगा, ख़ुशी, नई नहरे खोदी जायेगी, संपूर्ण स्वास्थ्य। इसका अर्थ ही हैं रामराज्य।
२. यह भविष्य में ७५० प्रशांत वर्षों के लिए होगा।

अनुवाद

“”मेरे राम राज में सभी मनुष्यों, न केवल मनुष्यों बल्कि सभी जानवरों के लिए मानवता से प्यार करेंगे। हर कोई एक-दूसरे से प्यार करेगा। यह सच होगा जब राम राज्य आयेगा ।”


पुस्तक का संदर्भ – लेखक श्री बाल भिडे (श्री हिरण्यप्पा द्वारा मूल) की पृष्ठ ४७

अनुवाद

“हिंदू नेता स्वर्णयुग स्थापित करेगा। हर शहर स्वस्थ और शिक्षित होगा। कोई गरीबी नहीं, कोई झोपड़ी नहीं, कोई गंदगी नहीं। इसके बजाय सुंदर घर होंगे, शांती, लोग खुश होंगे। नए नहरों का निर्माण होगा। इसके कारण खेती और दूध उत्पादन भी बहुत अधिक होगा। समाज के सभी स्तर स्वस्थ होंगे, कोई बीमारी नहीं होगी। उत्पादन बहुत अधिक होगा। पृथ्वी पर हर इंसान खुश होंगे। कोई झगड़ा नहीं, वह अवधि शहद की तरह मीठी होगी।.”